माढ़ोताल के सूखा की घटना, चार युवकों ने किया गैंगरेप
माढ़ोताल थानांतर्गत सूखा में एक 14 साल की बालिका को गांव के चार युवकों ने अपनी हैवानियत का शिकार बना दिया। पुलिस के अनुसार गांव के चार दरिंदों ने मिलकर एक मासूम की अस्मत लूट ली। सामूहिक बलात्कार की इस घटना से पूरे गांव में सनसनी का माहौल है। आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म के साथ एससीएसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। पीड़ित बालिका ने पहले माढ़ोताल थाना और इसके बाद घटना की शिकायत एससीएसटी थाने में दर्ज कर कराई।
पुलिस के अनुसार शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुई। गाँव की 14 वर्षीय बालिका के माता, पिता एवं भाई मजदूरी के लिए गए थे और वह अपने बुआ के घर में थी। करीब तीन बजे वह बुआ के कहने पर दुरमुट लाने के लिए गई इसी दौरान उसे सूखा निवासी राजन अहिरवार उर्फ बिल्लू रास्ते में किला। बिल्लू ने बालिका से कहा कि उसका भाई उसे बुला रहा है।
है। बिल्लू की बात सुनकर बालिका उसके साथ चली गई। बालिका के साथ उसकी मौसी का 3 वर्षीय बेटा भी था। पुलिस के मुताबिक बिल्लू बालिका के साथ बेड़ी अहिरवार के घर के पास पहुंचा ही था कि वहां इसी गांव के रहने वाले शशिकांत विश्वकर्मा, अज्जू कोल और चंदन दाहिया भी मिल गए। बिल्लू के इशारे पर सभी ने बालिका को पकड़ लिया और उसे जबरदस्ती गंगूबाई के घर में कैद कर दिया गया। बाहर से शटर बंद कर चारों आरोपी कुछ देर पश्चात पीछे के रास्ते से वहां पहुंचे जहां बालिका को कैद किया गया था। बिल्लू ने बालिका से कहा कि वह आज रात यहीं चंदन के साथ रुक जाए। बालिका नहीं मानी तो वहां फिर से शशिकांत व अज्जू भी पहुंच गए। तीनों ने बालिका के हाथ-पैर पकड़ लिए और शशिकांत ने बेखौफ होकर उसकी आबरू लूट ली। पुलिस का कहना है कि इस मामले में शशिकांत और अज्जू को गिरतार कर लिया है तथा चंदन व बिल्लू की तलाश की जा रही है।
माढ़ोताल थानांतर्गत सूखा में एक 14 साल की बालिका को गांव के चार युवकों ने अपनी हैवानियत का शिकार बना दिया। पुलिस के अनुसार गांव के चार दरिंदों ने मिलकर एक मासूम की अस्मत लूट ली। सामूहिक बलात्कार की इस घटना से पूरे गांव में सनसनी का माहौल है। आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म के साथ एससीएसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। पीड़ित बालिका ने पहले माढ़ोताल थाना और इसके बाद घटना की शिकायत एससीएसटी थाने में दर्ज कर कराई।
पुलिस के अनुसार शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुई। गाँव की 14 वर्षीय बालिका के माता, पिता एवं भाई मजदूरी के लिए गए थे और वह अपने बुआ के घर में थी। करीब तीन बजे वह बुआ के कहने पर दुरमुट लाने के लिए गई इसी दौरान उसे सूखा निवासी राजन अहिरवार उर्फ बिल्लू रास्ते में किला। बिल्लू ने बालिका से कहा कि उसका भाई उसे बुला रहा है।
है। बिल्लू की बात सुनकर बालिका उसके साथ चली गई। बालिका के साथ उसकी मौसी का 3 वर्षीय बेटा भी था। पुलिस के मुताबिक बिल्लू बालिका के साथ बेड़ी अहिरवार के घर के पास पहुंचा ही था कि वहां इसी गांव के रहने वाले शशिकांत विश्वकर्मा, अज्जू कोल और चंदन दाहिया भी मिल गए। बिल्लू के इशारे पर सभी ने बालिका को पकड़ लिया और उसे जबरदस्ती गंगूबाई के घर में कैद कर दिया गया। बाहर से शटर बंद कर चारों आरोपी कुछ देर पश्चात पीछे के रास्ते से वहां पहुंचे जहां बालिका को कैद किया गया था। बिल्लू ने बालिका से कहा कि वह आज रात यहीं चंदन के साथ रुक जाए। बालिका नहीं मानी तो वहां फिर से शशिकांत व अज्जू भी पहुंच गए। तीनों ने बालिका के हाथ-पैर पकड़ लिए और शशिकांत ने बेखौफ होकर उसकी आबरू लूट ली। पुलिस का कहना है कि इस मामले में शशिकांत और अज्जू को गिरतार कर लिया है तथा चंदन व बिल्लू की तलाश की जा रही है।