विधान सभा चुनाव को ज्यादा समय नहीं रह गया लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का परिजनों से मोह और घरों से निकल कर अब सड़कों और थानो तक पहुंच चुका है। कही विधायक पुत्र ने पूरी विधानसभा में आतंक के पर्याय बने हैं तो कहीं प्रकोष्ठों के अध्यक्षों के भाई थाने में पुलिस के नुमांइंदों के गिरेबान में हाथ डालने से भी नहीं चूक रहे। आलम ये है कि अब भाजपा के मंडल अध्यक्ष जैसे पदों पर बैठे नेताओं के परिजन दूसरों के घरों में घुस कर उनकी बहु-बेटियों की अस्मत से खेल रहे हैं। इन सब के बीच ‘वफादार’ और ‘आज्ञाकारी’ की तरह खड़ी पुलिस का ‘मौन’ आम नागरिकों के गले नहीं उतर रहा है। पुलिस या तो इन अत्याचारियों के खिलाफ प्रकरण नहीं दर्ज कर रही है और किसी तरह दबाव में यदि प्रकरण दर्ज भी कर ले तो गिरफ्तारी करने से परहेज कर रही है।
केस 1
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ अध्यक्ष ने मचाया आतंक
बेलखेड़ा थानांतर्गत पावला निवासी एक राजनैतिक दल के मंडल अध्यक्ष के भतीजों ने लोगों की नाक में दम कर दी है। कुछ माह पूर्व मंडल अध्यक्ष का एक भतीजा बुरी नीयत से महिला के घर में घुस गया था। 25 अटूबर की रात फिर उसके दूसरे भतीजे ने पड़ोस में रहने वाली एक महिला के घर में घुसकर गड़बड़ी की कोशिश की। मामला बुरी नीयत का है या फिर कुछ और लेकिन पुलिस ने अभी चोरी की नीयत से घर में प्रवेश करने का मामला दर्ज किया है। बेलखेड़ा पुलिस के मुताबिक पावला गांव निवासी विश्वनाथ गुमाश्ता एक
राजनैतिक दल से जुड़े मंडल अध्यक्ष का भतीजा है। विश्वनाथ 25 अक्टूबर की रात गांव में ही रहने वाली एक महिला के घर में कूद-फांदकर घुस गया। उस वत 32 वर्षीय महिला घर में अकेली सो रही थी और परिवार के सभी सदस्य रिश्तेदार के घर गये हुए थे। बताया जाता है कि महिला ने जब शोर मचाया तो गांव के लोग वहां इकट्ठा हो गए और विश्वनाथ गुमाश्ता निकलकर भागने में कामयाब रहा। पुलिस ने चोरी के प्रयास का अपराध पंजीबद्घ कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
Ñकेस 2
मंडल अध्यक्ष के भतीजों के आतंक से गांव त्रस्त
ओमती थाना पुलिस के अनुसार हालहीं में भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नगर अध्यक्ष आजाद अली ने अपने भाई आजम उस्मानी के लिए थाने में जमकर हंगामा मचाया। पुलिस के अनुसार आजम ने रात जमकर मारपीट की। घायल जब रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचे तो थाने में पहले से ही आजम के पक्ष के आधा सैकड़ा से अधिक लोग मौजूद थे। पुलिस के अनुसार हंगामा करने वाले आरोपी का भाई भाजपा नेता व उसके समर्थकों ने न सिर्फ थाने में हंगामा मचाया बल्कि वर्दीधारियों से भी जमकर गाली-गलौज की। पुलिस के अनुसार घंटाघर के पास रहने वाले शाहिद कमर अली अपने घर के बाहर खड़ा था तभी आजम उस्मानी अपने एक साथी के साथ कार से वहां पहुंचा और गाली-गलौज करने लगा। शाहिद के मना करने पर आजम ने उस पर रॉड से हमला कर दिया। मामले की जानकारी मिलने पर आजम के भाई भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नगर अध्यक्ष आजाद अली अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचा और पुलिस कर्मियों के साथ जमकर गाली गलौज की। टीआई इंद्रमणि पटेल ने बताया ने बताया कि प्रकरण तो दर्ज हुआ लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई।
केस 2
जिंदा जलाने की धमकी दे रहा विधायक पुत्र
बरगी विधायक के पुत्र के खिलाफ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक बार फिर शिकायत की गई। शिकायत करने वाले कोई और नहीं बल्कि वे हैं जिनके द्वारा पूर्व में भी शिकायत की गई थी। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि बरगी विधायक के पुत्र द्वारा अब उसे केस वापस लेने धमकाया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहारीपुर निवासी लक्ष्मण सिंह के पुत्र साहब सिंह ने हस्ताक्षरित शिकायत एसपी हरिनारायण चारी मिश्र को सौंप कर मांग की है कि उसे सुरक्षा प्रदान की जाए। पीड़ित साहब सिंह ने शिकायत में कहा है कि उसके द्वारा 10 मई को विधायक पुत्र ने उसका अपहरण कर बुरी तरह मारपीट की। जिस पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया था। इसके बाद बेलखेड़ा थाने में प्रकरण दर्ज किया गया। शिकायत में कहा गया है कि राजनीतिक दबाव के चलते विधायक प्रतिभा सिंह के पुत्र की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई। जिसके चलते अब भी वह खुलेआम घूम रहा है। यही नहीं आरोपियों द्वारा उसे केस वापस लेने के लिए लगातार धमकाया जा रहा है। पीड़ित ने शिकायत में कहा है कि विधायक पुत्र चुनाव के पहले मामला वापस लेने उस पर दबाव बना रहे हैं। पीड़ित का कहना है कि विधायक पुत्र अपने 5 साथियों के साथ 22 अक्टूबर को उसे मिला और गाली-गलौज कर परिवार सहित जिंदा जलाने की धमकी दी। वह इसकी शिकायत करने थाने पहुंचा लेकिन वहां से भी उसे भगा दिया गया।
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