रविवार, जनवरी 04, 2009

जंगल का कानून

कुछ दिनों से वाइल्ड लाइफ के प्रति अचानक रुझान बढ़ गया है या ये कह सकते है की अचानक मेरा जंगल तबादला हो गया हो
मैंने कहा डिस्कवरी में तो बहुत देखा है थोड़ा रूबरू होकर भी वाइल्ड लाइफ का लुत्फ़ उठा लिया जाए
हुआ ये की में बहुत दिनों से वाच कर रहा था के कान्हा के शेरो के एक समूह में एक ग्रुप लीडर टाइप के शेर ने अचानक एक कुत्ते को ग्रुप में शामिल कर लिया
यही नही अब शेर उसे दहाड़ने, शिकार, मेनेजमेंट के फंडे भी सिखाने लगा
कुछ दिनों में कुत्ते ने सब कुछ एसे फोलो किया की मानो
जनम से ही शेर हो
अब वह लगभग भूल चुका था की वह तो कुत्ता है
अब इम्तिहान की घड़ी आई
कुछ दिनों तक लीडर कुत्ते को ग्रुप में ज़माने पल पल साथ रहा
जहा कुत्ता गलती करता और विरोध होता तो लीडर दहाड़ मर कर सब को शांत करा देता
अब एक दिन लीडर ने सोचा की अब कुत्ता पुरी तारह से घुल मिल गया है और अब वह आराम से उस पर भरोसा कर सकता है
लेकिन दूसरी तरफ़ असंतुष्ट शेरो के दिमाग में कुछ और चल रहा था
अब लीडर शेर ने ख़ुद आराम से बैठकर कुत्ते को अपना प्रतिनिधि बनाकर ग्रुप के साथ शिकार पर भेजना शुरू किया
इस तरफ़ शेर ने आराम से कुत्ते को ग्रुप के साथ शिकार करने भेजा
और उस तरफ़ कुछ ही दिनों बाद ग्रुप नम आँखों के साथ इस दुःख भरी ख़बर के साथ लौटा की माननीय प्रतिनिधि जी अब नही रहे
लीडर शेर ने तब तो कल का ग्रास बने अपने प्रति निधि की मौत पर सब से मौन करवा कर शोक व्यक्त करा लिया
लेकिन बाद में मामले की उच्च स्तरीय जाँच भी करा ली
मामले मार्ग कायम कर बॉडी पोस्ट मार्टम के लिए भेज प्रकरण विवेचना में लिया गया
मामला तब और सनसनी खेज हो गया जब पोस्ट मार्टम के दोरान यह बात सामने आए की दरअसल वह कुत्ता नही सियार था जो कुत्ते की खाल पहन कर ग्रुप में शामिल हो गया था
बहरहाल मामला प्रतिष्टा का बन गया था
साम दाम दंड भेद से जैसे तेसे सियार वाली बात दबाने ग्रुप लीडर ने जोर लगाया और बाकि बातो को दबाने में तो ग्रुप तत्पर था ही
अब शेरो की वारदात में कोन गवाही देकर बुरा बने
लिहाजा मौत पुरी तरह से दुर्घटना साबित हुई और केस फाइल खात्मे में डाल दी गई
मुझे महसूस हुआ की अब जंगल में भी कानून शहर की तरह तरक्की कर रहा है
एक बात और सुना है ग्रुप में इन दिनों एक और कुत्ता भाग्य अजमा रहा है और लीडर का खास बनने प्रयास रत है