बुधवार, नवंबर 27, 2013

शोहदे की हरकतों से व्यथित छात्रा ने किया आत्मदाह

सिहोरा की घटना, थाने में की थी शिकायत, नहीं हुई कार्रवाई

सिहोरा थानांतर्गत दिनारी खमरिया निवासी एक 17 वर्षीय छात्रा ने बुधवार दोपहर रहस्यमय परिस्थितियों में आत्मदाह कर लिया। 90 फीसदी गंभीर रूप से जली किशोरी का उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां वह अब भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। पुलिस और परिजनों के अनुसार किशोरी क्षेत्र में रहने वाले एक शोहदे के आतंक से त्रस्त थी। किशोरी के आत्मघाति कदम उठाने के बाद सकते में आई पुलिस ने आनन फानन में आरोपी संजय पटैल उर्फ संजू (20) वल्द रामजी पटैल को गिरफ्तार  कर लिया। इस घटना से परिजनों के साथ पूरे सिहोरा क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है।
दोपहर 12 बजे हुई घटना
एसडीओपी जेएस बिसेन ने बताया कि दिनारी खमरिया निवासी 17 वर्षीय किशोरी को बुधवार सुबह करीब 9 बजे शौच के लिए जाते समय आरोप संजय पटैल उर्फ संजू ने बुरी नीयत से हाथ पकड़ लिया। वह किसी तह हाथ छुड़ा कर भागी इसी दौरान किशोरी के बड़े पिता को देख कर आरोपी भाग खड़ा हुआ। इस के बाद किशोरी दहशत में थी। किशोरी के माता पिता जैसे ही मजदूरी करने गए उसने सूने पन का लाभ उठाकर खुद पर मिट्टी तेल छिड़क कर आग के हवाले कर दिया। बिसेन ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धारा 363, 354 आईपीसी के साथ 3,4 बालकों के लैंगिक शोषण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 
पहली बार नहीं की छेड़छाड़
किशोरी के परिजनों ने बताया कि बुधवार को आरोपी संजय पटैल द्वारा की गई छेड़छाड़ की घटना पहली बार नहीं हुई। इससे पूर्व वह करीब एक साल से किशोरी को प्रताड़ित कर रहा था जिसके चलते वह काफी परेशान रहती थी। आरोपी जब किशोरी को देखता फब्तियां कसता, उसका पीछा करता, उसका घर से निकलना मुश्किल कर दिया था जिसके चलते किशोरी ने ऐसा आत्मघाति कदम उठा लिया।
एक साल पहले भी की थी शिकायत

किशोरी के चाचा ने बताया कि एक साल पहले भी आरोपी युवक के आतंक के चलते परिजनों ने उसके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपी युवक के परिजनों के खासे राजनीतिक रसूख के चलते पहले रिपोर्ट दर्ज नहीं हो रही थी। किसी तरह पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की तो परिजनों पर उल्टे समझौता करने दबाव बनाने लगी। किशोरी के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस के दबाव के चलते उन्हें समझौता करने विवश होना पड़ा इससे आरोपी युवक के हौसले और बुलंद हो गए और वह लगातार किशोरी का आए दिन प्रताड़ित करने लगा।
स्तब्ध हैं परिजन और ग्रामीण
जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही किशोरी के पिता पेशे से मजूदर हैं। उनके चार बच्चों में किशोरी सबसे बड़ी थी जबकि उससे छोटे दो भाई और एक छोटी बहन भी है। कुशाग्र बुद्धि वाली किशोरी वर्तमान में खमरिया शासकीय स्कूल में कक्षा 10 वीं की छात्रा थी।
अब भी आरोपी के बचा रही सिहोरा पुलिस
एक तरफ किशोरी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है दूसरी तरफ सिहोरा थाना पुलिस अब भी अपने राजनीतिक आकाओं के हिकमत अमली में इस तरह जुटी है कि अब भी आरोपी को बचाने कोई कसर नहीं छोड़ रही। ये आरोप किशोरी के परिजनों ने लगाया।
एसडीओपी बता रहे आरोपी को नाबालिग
आरोपी को पुलिस बचाने का प्रयास कर रही है या नहीं इसकी पुष्टि करने सिहोरा एसडीओपी जेएस बिसेन से चर्चा की गई। परिजनों के आरोपों में काफी हद तक सत्यता पाई गई। जहां बिसेन आरोपी संजय पटैल उर्फ संजू को नाबालिग बताते हुए उसकी उम्र 17 साल बता रहे हैं वहीं एसपी हरिनारायणा चारी मिश्रा ने इस बात की पुष्टि की आरोपी की नाबालिग नहीं बालिग है और उसकी उम्र 18 साल से अधिक है।

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