रविवार, नवंबर 17, 2013

नकारात्मक राजनीति कर रही है भाजपा

 

मनमोहन सिंह ने शहर में ली जनसभा, केंद्र की योजनाओं गुणगान के साथ मोदी का नाम लिए बिना साधा निशाना

देश में भाजपा के शीर्ष नेता नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं। ऐसा क्यों हुआ और कौन इसका जिम्मेदार है उन्हें जवाब देना होगा। यह लोकतंत्रात्मक व्यवस्था के लिए ठीक नहीं। सत्ता के उत्साह में सिर्फ दूसरों की निंदा, व्यक्तिगत आरोप, दूसरों की नीचा दिखाने की भाजपा की राजनीति न जाने देश को किस दिशा में ले जाएगी। ये कहना है देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का वे जबलपुर के पंडित रविशंकर शुक्ल क्रीड़ांगन में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित आम सभा के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के एक नेता ऐतेहासिक तथ्यों को तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत कर रहे हैं। मनमोहन ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को पद या अन्य जिम्मेदारी दी जाती है तो उसे कुछ बोलने से पहले सोच विचार करना चाहिए। बीजेपी सिर्फ अवरोध, अपमान और असत्य की नकरात्मक राजनीति कर रही है। यही नही विकास के पुल भी बांध रही है। मनमोहन ने कहा कि भाजपा को इस बात का इल्म नहीं कि उनकी इन्हीं हरकतों की वजह से 17 साल उनका साथ देने वाली पार्टी भी उनका साथ छोड़ चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा वही पार्टी है जिसे सरदार पटेल ने सांप्रदायिक करार देते हुए रोक लगाई थी। 1191 में देश के आर्थिक विकास का इसी पार्टी ने विरोध किया यही नहीं कंप्युटरी करण का भी पुरजोर विरोध करने वाली यही पार्टी थी। भाजपा का इतिहास उठाकर देख लें इनकी कोई उपलब्धियां नहीं है। इनकी प्रारंभ से अब तक सकारात्मक विचारधारा नहीं रही। उन्होंने दो टूक कहा कि जिस पार्टी की सोच अलगाववादी है उसे फिर मौका न दें। उन्होंने कहा कि 25 नवंबर को सोच समझ कर वोट कर प्रदेश में जो निराशा का माहौल फैला है उसे दूर करें और कांग्रेस के हाथ मजबूत करें। सभा में केंद्रीय मंत्री कमलनाथ, मप्र कांग्रेस कमेटी के प्रभारी प्रकाश मोहन, प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर नीखरा और नगर कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश यादव विशेष रूप से उपस्थित थे।
मनमोहन ने तोड़ा मौन
मनमोहन ने अपने उद्बोधन की शुरूआत सेठ गोविंददास और पंडित रविशंकर शुक्ल को याद करते हुए की। मनमोहन ने शहर के मतदाताओं से अपील की कि कुछ दिनों से नेताओं की बहुत बातें आपकों सुनने मिल रहीं हैं उन्होंने अनुरोध किया कि सभी जांच परख कर मताधिकार का प्रयोग करें। मनमोहन ने कहा कि वे यूपीए सरकार के कार्यों का रिकार्ड आपके सामने प्रस्तुत करने आए हैं। उन्होंने कहा कि देश के महान नेताओं ने जिस देश की कल्पना की थी उसी को साकार करने की दिशा में वे तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि हमारी उपलब्धियां आपके सामने है। उन्होंने कहा कि देश की गरीबी पहले की तुलना में 3 गुना घटी, भारत के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हुर्इं। 2 साल से देश में पूरी तरह से पोलियो पर काबू पा लिया गया। शिक्षा से लेकर भोजन का भी कानून बना। हर रोज देश के 11 करोड़ बच्चों को खाना दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि  देश में शैक्षणिक संस्थानों की संख्या के साथ शैक्षणिक गुणवत्ता में भी बढ़ोत्तरी हुई। उन्होंने कहा कि देश की आबादी का बड़ा हिस्सा गांवों में रहता है सरकार के प्रयासों से किसानों की आमदनी में दुगने से भी ज्यादा की बढ़ोत्तरी के साथ रिकार्ड पैदावार हुई। मनरेगा के जरिए 8 करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हर पांचवे घर के व्यक्ति को रोजगार मिला। उन्होंने कहा कि किसी भी योजनों को बनाते से समय मध्यप्रदेश का भी ध्यान रखा जाए इस बात का ध्यान कमलनाथ इस बात का ध्यान रखते हैं। मनमोहन ने कहा कि 2004 से 2013 तक मनरेगा, सर्व शिक्षा अभियान के लिए मध्यप्रदेश को 83 हजार करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराई गई। मध्यप्रदेश के विकास के लिए प्रदेश सरकार को पिछले वर्ष 18 हजार 22 सौ करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराई गई जिससे ग्वालियर बायपास, एनटीपीसी प्रोजेक्ट, अमलाई, भोपाल से बीना रेलवे लाईन आदि का कार्य हो रहा है जिसके 2016 तक पूर्ण होने की संभावना है।
प्रदेश ने नहीं उठाया केंद्र की योजनाओं का लाभ
मनमोहन ने कहा कि केंद्र सरकार लोगों के लिए जो योजनाएं बनाती है मध्यप्रदेश  सरकार ने इन योजनाओं का लाभ नहीं उठाया। प्रदेश में लिंग अनुपात 932 से 312 पर आ गया है। आम आदमी की आय देश के 22 राज्यों से पीछे चल रही है। सड़कों हालात खराब हैं न जाने प्रदेश की भाजपा सरकार किस विकास की बात कर रही है।


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