शेष-अशेष

यह ब्लाग उन स्नेही वरिष्ठ जनों को सप्रेम समर्पित है जिन्होंने मुझे ब्लाग पत्रकार बनने प्रेरित किया, यहां आप पढ़ सकते हैं खबरें, आलोचनाएं, प्रशंसा, समसामयिकी, कविताएं भी, टोटली जो अखबार या कहीं और नहीं लिख सकता सारी भड़ास यहीं निकलेगी, आपका स्वागत है।

सोमवार, अक्टूबर 31, 2011

वहा कौन् है तेरा मुसफ़िर् जायेगा कहा

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''वहा कौन् है तेरा मुसफ़िर् जायेगा कहा दम ले ले घडी भर ये छैया पायेगा कहा '' गाइड फ़िल्म का ये  गीत न जाने क्यू एक...
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रविवार, अक्टूबर 30, 2011

होमी जहांगीर भाभा का जन्मदिन आज

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                    होमी जहांगीर भाभा   ( ३० अक्तूबर ,   १९०९   -   २४ जनवरी ,   १९६६ )   भारत   के एक प्रमुख वैज्ञानिक और स्वप्नदृष्...
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बुधवार, अक्टूबर 26, 2011

इस दिवाली इन्हें खुश करें न

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वो जिन्होंने बच्चो को काबिल बनाने जिंदगी सौंप दी  वो जिनके कंधे बच्चों को उठाने में कभी न झुके  अब जिनके बच्चे उन्हें बोझ सम...
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मंगलवार, अक्टूबर 25, 2011

धनतेरस पर अपेक्षा से अधिक धनवर्षा

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धनतेरस पर ऐसा महसूस हुआ मानो शहर के बाजारों के लिए कुबेर ने अपने द्वार खोल दिए. सराफा, ऑटो मोबाइल, मोटर साईकिल, रेडीमेड गारमेंट, बर्तन, रियल...
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रविवार, अक्टूबर 23, 2011

जबलपुर के बाज़ार में धनतेरस के पहले ही गुरुपुष्य नक्षत्र में बरसा धन

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        गुरु पुष्य के आगमन के ज्योतिषीय-ऐलान से प्रभावित हुए ग्राहक सोच रहे हैं  समृद्धि-रथ गुरु-पुष्य पर सबसे क़रीब होगा और इसके आने पर धनत...
शनिवार, अक्टूबर 22, 2011

शहीद अशफाक उल्ला खान जिंदाबाद

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शहीद अशफाक उल्ला खान   आज ही के दिन 22 अक्टूबर 1900 को आजादी के रणबांकुरे और भारत माता के सपूत अशफाक का जन्म हुआ. आज के आधुनिकता के दौर...
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ये बच्ची चाहती है कुछ और दिन मां को खुश रखना

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ये बच्ची चाहती है कुछ और दिन मां को खुश रखना   वो कपड़ों की मदद से अपनी लंबाई छिपाती है।   मुहाजिरनामा और मां जैसी पुस्तकों के रचियता मुनव...
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शुक्रवार, अक्टूबर 21, 2011

आग :

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प्रकाशनाधीन कृति आग का अंश आग से कुछ अंश भाई नितिन पटेल जी के ब्लाग अपना शहर में प्रस्तुत कर रहा हूं... आशा है पसंद करेंगे    माचिस की तील...
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रविवार, मई 16, 2010

... तो देश का क्या होगा ?

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न पीना ख़राब है न पिलाना ख़राब है पीने के बाद प्रेक्टिस और खेल में ख़राब प्रदर्शन ख़राब है ये खिलाडी समझ बैठे है कि ये कुछ भी करेंगे और सब ख...
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सोमवार, जुलाई 13, 2009

कुछ बात है की जूते पड़ते नही हमें भी ...

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आज बहुत दिन बाद कुछ ऐसा देखा की बरबस ही हँसी आ ही गई अपने शहर की परी रोड (अरे किसी ज़माने में कही जाती थी जब हम कॉलेज में थे) पर महिला पुलिस...
बुधवार, अप्रैल 22, 2009

पाठशाला छोड़ दी

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एक दिन में गलती से कालेज में जा बैठा था एक अजीब सी क्लास में अपनों सा था लिबास पर रंग था भगवा जरा तेज थी वक्ता की वाणी सुर में भी एक ओज था क...
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पाठशाला छोड़ दी

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गुरुवार, फ़रवरी 12, 2009

कमबख्त जिन्दगी

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बिल्कुल किसी दिल फैंक हसीना की तरह है कमबख्त जिन्दगी है कि हाथ छोड़ती नही कोशिश जरूर की पर अब लगने लगा मुश्किल बेडिया है ये समाज की कि ट...
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रविवार, जनवरी 04, 2009

जंगल का कानून

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कुछ दिनों से वाइल्ड लाइफ के प्रति अचानक रुझान बढ़ गया है या ये कह सकते है की अचानक मेरा जंगल तबादला हो गया हो मैंने कहा डिस्कवरी में तो बहुत ...
मंगलवार, दिसंबर 16, 2008

चिंतन

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मेरा एक डॉक्टर मित्र इन दिनों खासा परेशान हे एक भावी मंत्री का वो कुछ दिनों से महमान है मेहमान नवाजी का जो कारण उसने बताया सच कहू मेरा सर बु...
बुधवार, दिसंबर 10, 2008

अब जीत ही गए है तो समझें जिम्मेदारी ......

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विधानसभा चुनाव में इस बार पूर्व विधान सभा को छोड़कर बाकि छेत्रो में अप्रत्याशित परिणाम तो देखने नही मिले लेकिन जिस दिन मत गड़ना चल रही थी उस...
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