गुरु पुष्य के आगमन के ज्योतिषीय-ऐलान से प्रभावित हुए ग्राहक सोच रहे हैं समृद्धि-रथ गुरु-पुष्य पर सबसे क़रीब होगा और इसके आने पर धनतेरस के पहले की धनतेरस से ज़्यादा मुद्रा बाज़ार-सरिता में प्रवाहित कर दी. बेशक भारतीय बाज़ार भविष्य-वक़्ताओं से रेग्यूलेट हो रहा है इसके लिये इस बरस का गुरु-पुष्य सबसे ताज़ा उदाहरण है. मेरे एक मित्र को धीरज (जो एक सरकारी अधिकारी हैं) बतातें हैं कि उनके बास जो टूर पर थे ने उनको फ़ोन करके बताया :- सुनो भाई, घर ज़रा गाड़ी भेज देना, श्रीमति को कुछ ज्वेलरी खरीदनी है. अरे आप भी अपनी श्रीमति जी को भेज दीजिये ऐसा शुभ महूर्त बार बार नहीं आता .पूरे दिन बैंकों से कैश बाहर आता रहा,तो किसी ने कार्ड स्पैम कराया तो किसी का क्रैडिट कार्ड काम आया नेट-बैंकिंग का भी खूब स्तेमाल हुआ . यानी बाज़ार पर गुरु-पुष्य हावी रहा.
काठमाण्डू-ज्योतिष-केंद्र के संचालक माधव सिंह यादव की मानें तो इस साल भारतीय अर्थ-व्यवस्था में ग्रोथ रेट में भी इज़ाफ़ा होगा जो आने वाले बरसों में भारत की मज़बूत अर्थव्यवस्था आधार साबित होगी. जबलपुर के संदर्भ में श्री माधव का कहना है कि इस शहर के विकास में औद्योगिक के संसाधन की बाधा लगभग समाप्त है अगले दो वर्षों में सबसे पहले पर्यटन विकास सबसे तेजी से फ़िर औद्योगिक घरानों का इस भूमि पर आकर्षित होना आप देख सकते हैं. परंतु अगर पाज़ीटिव वातावरण बता तो यह स्थिति तेज़ी से आएगी.
जो खानदानी रईस है उनका मिजाज हरदम नरम रहा है
तुम्हारी नरमी बता रही है, तुम्हारी दौलत नई नई है.
बाजार एक बार फिर पुराने रईसों के साथ नव धन कुबेरों का धन बटोरने तैयार है. 24 अक्तूबर को धनतेरस है जिसके लिए व्यापारियों का एक बड़ा तबका इंतजार में रहता है. यहाँ देखने वाली बात ये है कि महाकौशल में हाल में व्यपारियो कि देन गुरु पुष्य नछत्र में इतनी धन वर्षा हो चुकी है की समझ नेही आ रहा है की अब गोल्ड, डाईमंड, ऑटो मोबाइल, प्रोपर्टी, इलेक्ट्रोनिक आइटम और दूसरे चीजों पर इन्वेस्ट कोन करेगा. करेंगे जनाब अब पुराने रईसों के साथ नई दोलत वाले भी एक बार फिर इन्वेस्ट करने कि तयारी में हैं. गुरु पुष्य नछत्र में अकेले जबलपुर में गोल्ड और डाईमंड ऑटो मोबाइल प्रोपर्टी और दूसरे चीजों में करीब ५५ करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया गया. धन तेरस में ये आंकड़ा ७५ करोड़ होने के आसार दिखाई दे रहे हैं.
कृत्रिम मुहूर्त से बाज़ार जगमगाया
बाजार में धनतेरस से ठीक पहले आये सो काल्ड मुहूर्त को लेकर अनालिस्ट अपने अपने चश्मों से देख रहे हैं. कुछ का कहना है कि ग्राहकों के साथ सेल्स टेक्स विभाग धनतेरस पर बाजार के विश्लेषण कि तैयारी में लगा है कि कहीं व्यापारी कर चोरी न कर लें. इसे में धनतेरस से ठीक पहले कोई मुहूर्त यदि ला दिया जाये तो खरीदारों के साथ कर अधिकारीयों को भी भ्रमित करना काफी आसन हो सकता है. जाहिर सी बात है अब व्यापारी आराम से यह बात कह सकते है कि धन तेरस में ज्यादा खरीदी नहीं हो पी या फिर गुरु पुष्य नछत्र में ग्राहकी ठीक नहीं रही.
गोल्ड में इन्वेस्टमेंट को को बेहतर बताया जा रह है. क्योकि गोल्ड और डाईमंड कि रीसेल ढंग कि मिल जाती है पर कोई मुझे ये बताये कि ऑटो मोबाइल और प्रोपर्टी के अलावा क्या गोल्ड या डाईमंड हम बेचने निकलते है.
धनतेरस पर डायमण्ड सोने-चांदी की खरीदी का बोलबाला होना तय है. कयास ये लगाए जा रहे हैं .
भूमि-भवन:- एक ज्योतिषाचार्य का कथन है कि इस बरस भूमि-भवन की खरीद-फ़रोक्त भी तेज़ी से होगी.
यानी कुल मिला कर ग्रह-दशाओं का खेल जबलपुर के लिये धनात्मक ही रहेगा.