शनिवार, नवंबर 08, 2008

दरिन्दे की हवस और सूना चूल्हा


"पत्थर उबालती रही एक माँ तमाम रात
बच्चे फरेब खा के चटाई पे सो गए"
बहुत पहले सुनी थी ये शायरी लेकिन जब हकीकत देखी तो सच बताऊ रोंगटे खड़े हो गए। जबलपुर के खमरिया के मतामर गांव में २ नवम्बर को एक महिला के साथ हुई एक घटना ने उसके पुरे परिवार को झकझोर दिया।फोटोग्राफर गगन के इस फोटो में दिखाई दे रहा चूल्हा दरअसल फिछले
पांच दिनों से नही जला था। कारन यह था की जिस महिला के साथ घटना हुई उस पर ही पुरे परिवार की जम्मेदारी थी। पांच दिनों से न वह मजदूरी करने गई न घर का चूल्हा जला था । थैंक्स तो जबलपुर कलेक्टर हरिरंजन राव जिन्होंने घटना की जानकारी मिलते ही न केवल उस महिला को हॉस्पिटल पहुचवाया बल्कि परिवार को शाशन से आर्थिक मदद भी दिलाई। यहाँ ये बताना जरुरी है की महिला पर उसके पांच बच्चो के साथ वृद्ध ससुर की भी जिम्मेदारी है और एक दरिन्दे ने उसे २ नवम्बर को अपनी हवस का शिकार बना लिया था.

4 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत दुखद घटना है. कलेक्टर साहब को नमन!!

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  2. दुखद घटना | कलेक्टर साहब को बहुत बहुत धन्यवाद |

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  3. ब्लोगिंग जगत में आपका स्वागत है. खूब लिखें, खूब पढ़ें, स्वच्छ समाज का रूप धरें, बुराई को मिटायें, अच्छाई जगत को सिखाएं...खूब लिखें-लिखायें...
    ---
    आप मेरे ब्लॉग पर सादर आमंत्रित हैं.
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    अमित के. सागर
    (उल्टा तीर)

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  4. ऐसे दरिंदों को गोली मार देन चाहिए।
    ब्लोगिंग जगत में आपका स्वागत है ।
    भावों की अभिव्यक्ति मन को सुकुन पहुंचाती है
    लिखते रहिए लिखने वाले की मंज़िल यही है }
    कविता और गज़ल के लिए मेरे ब्लोग पर स्वागत है।
    for art visit my daughters blog
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