मामला फर्जी तरीके से मेडिकल में प्रवेश लेने वाले मुन्नाभाईयों का
एसटीएफ जल्द जारी कर सकती है दूसरी लिस्ट
एसटीएफ द्वारा की गई जांच पड़ताल में नये सिरे से जिन मुन्नाभाईयों के नाम सामने आये हैं उनका पता अभी नहीं चल पाया है लेकिन दूसरी लिस्ट की भनक लगते ही मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि दूसरी लिस्ट आने के बाद मेडिकल कॉलेजों की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी। सरकारी, प्राइवेट और डेंटल कॉलेजों की अभी 123 सीटें खाली हैं। मुन्नाभाईयों की दूसरी सूची आने के बाद खाली सीटों की संख्या और बढ़ सकती है।
फर्जीवाड़ा कर जबलपुर मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने वाले मुन्नाभाईयों के खिलाफ पुलिस ने भले ही एफआईआर दर्ज कर ली है पर मेडिकल प्रशासन ने उन्हें अब तक निलंबित नहीं किया है। उधर यह चर्चा भी शुरू हो गई है कि जब मुन्नाभाईयों के खिलाफ कार्यवाही की रूपरेखा महीनों पहले बन चुकी थी फिर पुलिस ने उन्हें भागने का मौका क्यों दिया। अब मुन्नाभाईयों की गिरतारी पुलिस के लिए सिरदर्द बन जाएगी। बताया जाता है कि मेडिकल प्रशासन द्वारा महीनों पूर्व शासन व व्यापम को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया गया था किंतु एफआईआर दर्ज करने में गढ़ा पुलिस ने हददर्जे की लेटलतीफी की। विश्वसत सूत्र के कहे अनुसार इन मुन्नाभाईयों को बचाने तमाम कोशिशें की गर्इं, जिसको लेकर राजनैतिक दबाव भी प्रभावी रहे लेकिन अंतत: पुलिस को एफआईआर दर्ज करनी पड़ी। उधर भोपाल सूत्रों ने बताया कि पीएमटी फर्जीवाड़े की दूसरी लिस्ट भी जारी होने वाली है। इस सूची में भी अनेक मुन्नाभाईयों के नाम दर्ज हैं। एसटीएफ द्वारा की गई जांच पड़ताल में नये सिरे से जिन मुन्नाभाईयों के नाम सामने आये हैं उनका पता अभी नहीं चल पाया है लेकिन दूसरी लिस्ट की भनक लगते ही मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि दूसरी लिस्ट आने के बाद मेडिकल कॉलेजों की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी। सरकारी, प्राइवेट और डेंटल कॉलेजों की अभी 123 सीटें खाली हैं। मुन्नाभाईयों की दूसरी सूची आने के बाद खाली सीटों की संख्या और बढ़ सकती है। अब खाली सीटों पर एडमिशन की उमीद नहीं है। इससे मेडिकल कॉलेज भी परेशान हैं। अभी प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 43 सीटें खाली हैं। सरकारी मेडिकल् कॉलेजों में एमबीबीएस की 58 और बीडीएस की 22 सीटें खाली हैं। कुल खाली सीटों की संया 123 है।
करीब 92 संभावित मुन्नाभाई और शामिल
भोपाल सूत्रों ने बताया कि एसटीएफ द्वारा तैयारी की गई मुन्नाभाईयों की दूसरी सूची में करीब 92 नाम शामिल हैं। इन मुन्नाभाईयों में ज्यादातर पैसे खर्च कर पीएमटी की परीक्षा में पास हुए हैं जिनमें से अधिकांश चिकित्सा महाविद्यालयों में अध्ययनरत हैं। जल्द ही एसटीएफ यह सूची व्यापमं को सौंप सकता है। गौरतलब है कि इससे पहले एसटीएफ ने 345 मुन्नाभाइयों की लिस्ट व्यापम को सौंपी थी। इसके बाद व्यापमं ने इनकी परीक्षा निरस्त कर दी थी। परीक्षा निरस्त होने के बाद मेडिकल कॉलेजों से 84 विद्यार्थियों को बाहरकर दिया गया है।
सप्ताह जारी हो सकती है लिस्ट
भोपाल सूत्रों ने बताया कि स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने पीएमटी फर्जीवाड़े में शामिल मुन्नाभाइयों की दूसरी सूची भी तैयार कर ली है जो संभवत: इसी सप्ताह जारी हो सकती है। व्यवसायिक परीक्षा मंडल ने भी सूची मिलते ही की जाने वाली कार्यवाही की रूपरेखा तैयार कर ली है। एसटीएफ ने पीएमटी फर्जीवाड़े में पकड़े गए डॉ. संजीव शिल्पकार और अन्य से पूछताछ के आधार पर दूसरी लिस्ट बनाई है।
एसटीएफ जल्द जारी कर सकती है दूसरी लिस्ट
एसटीएफ द्वारा की गई जांच पड़ताल में नये सिरे से जिन मुन्नाभाईयों के नाम सामने आये हैं उनका पता अभी नहीं चल पाया है लेकिन दूसरी लिस्ट की भनक लगते ही मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि दूसरी लिस्ट आने के बाद मेडिकल कॉलेजों की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी। सरकारी, प्राइवेट और डेंटल कॉलेजों की अभी 123 सीटें खाली हैं। मुन्नाभाईयों की दूसरी सूची आने के बाद खाली सीटों की संख्या और बढ़ सकती है।
फर्जीवाड़ा कर जबलपुर मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने वाले मुन्नाभाईयों के खिलाफ पुलिस ने भले ही एफआईआर दर्ज कर ली है पर मेडिकल प्रशासन ने उन्हें अब तक निलंबित नहीं किया है। उधर यह चर्चा भी शुरू हो गई है कि जब मुन्नाभाईयों के खिलाफ कार्यवाही की रूपरेखा महीनों पहले बन चुकी थी फिर पुलिस ने उन्हें भागने का मौका क्यों दिया। अब मुन्नाभाईयों की गिरतारी पुलिस के लिए सिरदर्द बन जाएगी। बताया जाता है कि मेडिकल प्रशासन द्वारा महीनों पूर्व शासन व व्यापम को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया गया था किंतु एफआईआर दर्ज करने में गढ़ा पुलिस ने हददर्जे की लेटलतीफी की। विश्वसत सूत्र के कहे अनुसार इन मुन्नाभाईयों को बचाने तमाम कोशिशें की गर्इं, जिसको लेकर राजनैतिक दबाव भी प्रभावी रहे लेकिन अंतत: पुलिस को एफआईआर दर्ज करनी पड़ी। उधर भोपाल सूत्रों ने बताया कि पीएमटी फर्जीवाड़े की दूसरी लिस्ट भी जारी होने वाली है। इस सूची में भी अनेक मुन्नाभाईयों के नाम दर्ज हैं। एसटीएफ द्वारा की गई जांच पड़ताल में नये सिरे से जिन मुन्नाभाईयों के नाम सामने आये हैं उनका पता अभी नहीं चल पाया है लेकिन दूसरी लिस्ट की भनक लगते ही मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि दूसरी लिस्ट आने के बाद मेडिकल कॉलेजों की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी। सरकारी, प्राइवेट और डेंटल कॉलेजों की अभी 123 सीटें खाली हैं। मुन्नाभाईयों की दूसरी सूची आने के बाद खाली सीटों की संख्या और बढ़ सकती है। अब खाली सीटों पर एडमिशन की उमीद नहीं है। इससे मेडिकल कॉलेज भी परेशान हैं। अभी प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 43 सीटें खाली हैं। सरकारी मेडिकल् कॉलेजों में एमबीबीएस की 58 और बीडीएस की 22 सीटें खाली हैं। कुल खाली सीटों की संया 123 है।
करीब 92 संभावित मुन्नाभाई और शामिल
भोपाल सूत्रों ने बताया कि एसटीएफ द्वारा तैयारी की गई मुन्नाभाईयों की दूसरी सूची में करीब 92 नाम शामिल हैं। इन मुन्नाभाईयों में ज्यादातर पैसे खर्च कर पीएमटी की परीक्षा में पास हुए हैं जिनमें से अधिकांश चिकित्सा महाविद्यालयों में अध्ययनरत हैं। जल्द ही एसटीएफ यह सूची व्यापमं को सौंप सकता है। गौरतलब है कि इससे पहले एसटीएफ ने 345 मुन्नाभाइयों की लिस्ट व्यापम को सौंपी थी। इसके बाद व्यापमं ने इनकी परीक्षा निरस्त कर दी थी। परीक्षा निरस्त होने के बाद मेडिकल कॉलेजों से 84 विद्यार्थियों को बाहरकर दिया गया है।
सप्ताह जारी हो सकती है लिस्ट
भोपाल सूत्रों ने बताया कि स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने पीएमटी फर्जीवाड़े में शामिल मुन्नाभाइयों की दूसरी सूची भी तैयार कर ली है जो संभवत: इसी सप्ताह जारी हो सकती है। व्यवसायिक परीक्षा मंडल ने भी सूची मिलते ही की जाने वाली कार्यवाही की रूपरेखा तैयार कर ली है। एसटीएफ ने पीएमटी फर्जीवाड़े में पकड़े गए डॉ. संजीव शिल्पकार और अन्य से पूछताछ के आधार पर दूसरी लिस्ट बनाई है।
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