मंगलवार, अक्टूबर 29, 2013

मध्यान्ह भोजन में फिर मिली इल्लिया






भोजन निर्माता नंदी फाउंडेशन की रसाई में खाद्य   विभाग का छापा, सामग्री के लिए गए सैंपल

मध्यान्ह भोजन में शिकायतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर में आज फिर एक स्कूल में वितरित किए गए मध्यान्ह भोजन में न सिर्फ दुर्गंध आ रही थी बल्कि उसमें इल्लियां भी मिली। शासकीय कन्या शाला, ब्यौहारबाग स्कूल के बच्चों को परासे गए भोजन में इल्लियां मिलने की खबर से पहले स्कूल प्रबंधन सकते में आया इसके बाद उनके अभिभावक और क्षेत्रीय नेताओं ने भी चिंता जाहिर की। इस सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे जिला खाद्य नियंत्रक एवं जिला खाद्य एवं औषधि विभाग की टीमों ने पहले स्कूल और इसके बाद नांदी फाउंडेशन में छापा मार कर वहां हर प्रकार की तैयार खाद्य सामग्री के साथ कच्ची सामग्री के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए भेजा। पूरी कार्रवाई के दौरान स्कूल एवं नंदी फाउंडेशन की रसोई में गहमा-गहमी का माहौल रहा।
स्कूल में मचा हंगामा
हर रोज की तरह सोमवार को भी स्कूल में दोपहर में नंदी फाउंडेशन का वाहन आकर मध्यान्ह भोजन रखकर गया। भोजन स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं को वितरित हो पाता इससे पहले ही इससे पहले ही स्कूल के स्टाफ की कंटेनर में पड़ी इल्लियों पर नजर पड़ गई। स्कूल के शिक्षकों के मुताबिक कंटेनरों से दुर्गंध आ रही थी जब उन्होंने कंटेनरों को खोलकर देखा तो बदबू के साथ उसमें इल्लियां भी उतराती मिली जिसके चलते उन्होंने प्रबंधन को सूचना दी।
पहुंचे स्थानीय जन, नेता
स्कूल में मध्यान्ह भोजन में इल्लियां मिलने की खबर क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैली थोड़ी ही देर में स्कूल में कांग्रेस नेता विनय सक्सेना और स्थानीय लोग भी पहुंचे। उन्होंने इस बात से तत्काल जिला आपूर्ति नियंत्रक आर.एस. ठाकुर को अवगत कराया। श्री ठाकुर खाद्य विभाग के सहायक आपूर्ति अधिकारी संजय खरे, फुड इंस्पेक्टर सारिका कुंभारे, संजीव अग्रवाल के साथ जिला खाद्य एवं औषधि प्रबंधन विभाग के शैलेंद्र मेश्राम एवं सारिका दीक्षित की टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
नांदी फाउंडेशन में लगी भीड़
स्कूल से सेंपल लेने के बाद जब जिला आपूर्ति नियंत्रक आर.एस. ठाकुर विभाग एवं जिला खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम के साथ नंदी फाउंडेशन पहुंचे तो वहां हड़कंप का माहौल निर्मित हो गया। यहां स्थानीय जनों का भी जमघट लग गया। इस टीम ने खाना पकाने, रखने, और निर्माण सामग्री का जायजा लेने के साथ ही खाद्य पदार्थों के सैंपल भी लिए। श्री ठाकुर ने बताया कि सभी सेंपल्स को जांच के लिए भेज दिया गया।
क्यों नहीं हो रही कार्रवाई
 स्कूल में बच्चों के परिजनों के साथ वहां पहुंचे स्थानीय लोग और कांग्रेस नेता विनय सक्सेना ने भोजन निर्माण में गुणवत्ता का खयाल न रखने वाली नंदी फाउंडेशन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। लोगों ने कहा कि यदि भोजन बच्चे खा लेते तो अनहोनि घट सकती थी। स्थानीय जनों ने कहा कि नंदी फाउंडेशन का यह पहला मामला नहीं है इस तरह के अनेक मामले सामने आ चुके हैं इसके बावजूद अब तक भोजन निर्माण का जिम्मा नंदी फांउंडेशन से छीना नहीं गया। स्थानीय जनों ने मांग की कि इन अनियमितताओं को देखते हुए नंदी फाउंडेशन का दिया गया भोजन निर्माण का ठेका तत्काल निरस्त किया जाए।

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